पिथौरा में मनाया गया छठी मैया का धूमधाम से महापर्व 36 घंटे उपवास की महा आस्था
पिथौरा में बहुत ही धूमधाम से उत्तर भारतीयों ने छठी मैया का महापर्व मनाया गया। यह पर्व सूर्य उपासना का महापर्व कहलाता है जो प्रतिवर्ष दीपावली के बाद कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी शाम से सप्तमी प्रातः काल तक वह चार दिन का रहता है इसमें व्रत करने वाले पुरुष या महिला पूरे 36 घंटे बिना अन्य ग्रहण किया उपवास करती है लोगों का कहना था कि यह पर्व पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है परंतु आज पूरे विश्व यह त्योहार मनाता है इस व्रत को पारिवारिक सुख और समृद्धि के लिए किया जाता है इस दौरान महिलाएं नदी या तालाब में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देते हैं कहीं-कहीं पुरुष भी इस उपवास को करते हैं भगवान श्री कृष्ण ने भी द्रौपदी को छठी मैया को उपवास करने की सलाह दी थी और उनकी मनोकामना पूर्ण हुई। पिथौरा निवासी जितेंद्र सोनी ने छठी मैया का पर्व किस प्रकार से मनाया जाता है की जानकारी दी
