राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में निर्धारित बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (FLN) को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिला महासमुंद की 1269 प्राथमिक शालाओं में दिनांक 14 नवंबर को भव्य रूप से FLN मेला का आयोजन किया गया


जिला महासमुंद, छत्तीसगढ़

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में निर्धारित बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (FLN) को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिला महासमुंद की 1269 प्राथमिक शालाओं में दिनांक 14 नवंबर को भव्य रूप से FLN मेला का आयोजन किया गया

इस वर्ष का थीम था

“करके देखबो, सीख के रहीबो”

FLN मेले का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2027 तक प्रत्येक बच्चे को भाषाई एवं गणितीय दक्षता से पूर्णत: निपुण बनाना है तथा शिक्षा को गतिविधि-आधारित, रोचक और बाल-केंद्रित बनाना है। जिला स्तर पर मार्गदर्शन

यह आयोजन कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह तथा सीईओ जिला पंचायत श्री हेमंत कुमार नंदनवार के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

FLN मेले की प्रमुख विशेषताएँ

जिले के प्रत्येक विद्यालय में कुल 48 गतिविधि आधारित काउंटर स्थापित किए गए, जिनमें गणित – 15 काउंटर, हिंदी – 17 काउंटर, अंग्रेजी – 11 काउंटर, बालवाड़ी – 05 काउंटर

सभी काउंटरों का संचालन बच्चों द्वारा स्वयं किया गया

शिक्षक पूरे समय मार्गदर्शक एवं पर्यवेक्षक की भूमिका में रहे

बच्चों ने रोचक खेल, भाषा एवं गणितीय गतिविधियाँ,

प्रायोगिक मॉडल, TLM सामग्री

के माध्यम से अपनी समझ और दक्षता का शानदार प्रदर्शन किया

जिला स्तरीय निरीक्षण

जिले में आयोजित FLN मेले का निरीक्षण निम्न अधिकारियों एवं विशेषज्ञों द्वारा किया गया

डीईओ श्री विजय कुमार लहरे, डीएमसी श्री रेखराज शर्मा, एपीसी श्री डी.एन. जांगड़े, विद्या साहू, सम्पा बोस, प्रियंका पटेल, संजय पटेल , जय यादव,

इन अधिकारियों ने निम्न विद्यालयों का विशेष अवलोकन किया पीएम श्री विद्यालय तुमगांव, प्राथमिक शाला सम्हर, कसहीबाहरा, कन्या पिथौरा, भलेसर, बृजराज, कुर्मीपारा, निरीक्षण के दौरान पालकगण, एसएमसी सदस्य और बड़ी संख्या में बच्चे उपस्थित रहे। FLN मेला महासमुंद जिले में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है यह मेला बच्चों की सीखने की क्षमता, शिक्षकों की रचनात्मकता और स्कूल–समुदाय की सहभागिता का उत्कृष्ट उदाहरण है। “हर बच्चा सीख सकता है, समझ सकता है और निपुण बन सकता है

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