रामचंडी महाविद्यालय सरायपाली के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन
ग्राम मोखापुटका में 9 दिसंबर से 15 दिसंबर तक जिला संयोजक श्रीमती मालती तिवारी के निर्देशन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एन के भोई मार्गदर्शन में और NSS प्रभारी भरत कुमार प्रधान के नेतृत्व में ग्राम मोखापुटका में सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजित किया गया।
9 दिसंबर को शिविर का उद्घाटन किया गया जिसमें समारोह की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ एन के भोई ने की , शिविर के मुख्य अतिथि ग्राम पंचायत मोखापुटका के सरपंच श्रीमती लोचन भावना पटेल विशिष्ठ अतिथि के रूप में गांव के गौटीया श्री जगदानंद चौधरी, प्रधान पाठक श्री घनश्याम पटेल, श्रीमती अंजू पटेल व उपसरपंच श्री शिवनारायण पटेल जी व श्री धज कुमार पटेल जी साथ ही ग्राम पंचायत के समस्त पंचगण, स्थानीय विद्यालय के समस्त शिक्षकगण, महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।
इस सात दिवसीय विशेष शिविर में स्वयंसेवकों ने विभिन्न परियोजना कार्य किए। दलनायक अंकिता चंद्रा एवं उपदलनायक नितेश साव के नेतृत्व में स्वयं सेवकों के द्वारा प्रातः5 बजे से प्रभातफेरी व जागरूकता के नारे लगाए स्थानीय स्कूल परिसर, आंगनबाड़ी,तालाब घाट, गांव गली मोहल्लों की, सार्वजनिक पेयजल की साफ सफाई के साथ गांव में एक पेड़ मां के नाम पर लगे 1100 पौधों की देख रेख, नया पानी टंकी परिसर पर ईंटों की क्यारी बनाकर पौधे लगाए। शिविर के प्रत्येक दिवस बौद्धिक परिचर्चा संपन्न हुआ । शिविर के प्रथम दिवस के बौद्धिक चर्चा में भारत स्काउट गाइड संघ के विकासखंड सचिव श्री यशवंत कुमार चौधरी (प्रधान पाठक सेजस सरायपाली) ने "राष्ट्र की उन्नति में युवाओं का योगदान" विषय में स्वयंसेवकों को बताया कि युवा किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति और उसका भविष्य होते हैं। वक्ता श्री चक्रधर प्रसाद डडसेना (व्याख्याता) HWB स्काउट मास्टर शा.उच्च मा वि टेमरी ने समाज हित में स्काउटिंग गतिविधियों का प्रभाव अवगत कराया।श्री सपन कुमार दास (सहायक प्राध्यापक कंप्यूटर साइंस) ने डिजिटल साक्षरता टॉपिक थर्ड पार्टी ऐप से सतर्कता बरतने को कही साथ ही व्यावहारिक जीवन में जो मोबाइल के द्वारा ऑनलाइन छोटी गलतियां बहुत बड़ा नुकसान दे जाती है अतः इससे बचने के तरीकों से अवगत कराया। द्वितीय दिवस के बौद्धिक चर्चा में श्री धर्मेंद्र चौधरी (फुलझर डिफेंस एकेडमी सरायपाली) ने सैन्य एवं देश के प्रति जागरूकता के बारे में अवगत कराया उन्होंने कहा कि सैन्य एवं देश के प्रति जागरूकता न केवल सुरक्षा के लिए आवश्यक है, बल्कि यह एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण की नींव भी है। सभी युवाओं को देश के प्रति जागरूक होना चाहिए।
द्वितीय वक्ता श्री आर एस मांझी (सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान) ने स्वयं सेवकों को बताया की युवाओं का सामाजिक दायित्व समाज के सकारात्मक बदलाव में सक्रिय भूमिका निभाना है, जिसमें अच्छे नैतिक मूल्यों का पालन करना, सामुदायिक सेवा में भाग लेना (जैसे पर्यावरण संरक्षण, जरूरतमंदों की मदद), सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक रहना और अपने कौशल व ऊर्जा का उपयोग राष्ट्र निर्माण और सामाजिक उत्थान के लिए करना शामिल है, ताकि वे एक स्वस्थ, समृद्ध और न्यायपूर्ण समाज की नींव रख सकें। तृतीय दिवस के बौद्धिक सत्र डॉ वीरेंद्र चौधरी ( प्रदेश संगठन मंत्री भगवती मानव कल्याण संगठन सरायपाली) ने बताया कि नशा एक सामाजिक बुराई है, इसका सेवन किसी भी प्रकार से हितकारी नहीं है। नशा के कारण लोगों की शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है। सरकार व जिला प्रशासन का प्रयास है कि नशा मुक्त अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़े, ताकि नशा मुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुंचाया जा सके। द्वितीय वक्ता श्री प्रदीप बारीक (सहायक प्राध्यापक बी.एड विभाग ) ने बताया कि शिक्षा और समाज एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हैं: शिक्षा समाज की जरूरतों और मूल्यों के अनुसार ढलती है, जबकि शिक्षा समाज में सुधार, प्रगति, जागरूकता और सांस्कृतिक विकास लाती है, जिससे नागरिकों का सर्वांगीण विकास होता है और सामाजिक बुराइयां दूर होती हैं। पंचम दिवस के बौद्धिक परिचर्चा में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के स्वामी दर्शनानंद महाराज जी ने बताया कि युवा पीढ़ी द्वारा राष्ट्र निर्माण, सामाजिक विकास और अपने दायित्वों के प्रति जागरूकता और सक्रिय भागीदारी; जिसमें देश के लक्ष्यों (जैसे विकसित भारत), पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान, स्वास्थ्य, शिक्षा और नेतृत्व में योगदान शामिल है, जिसके लिए स्वामी विवेकानंद जैसे प्रेरणास्रोत और 'मेरा युवा भारत' (My Bharat) जैसे मंच युवाओं को सशक्त करते हैं। द्वितीय वक्ता में श्री राजेश महाणा (अधिवक्ता) एवं तृतीय वक्त डॉ नंद कुमार पटेल (संचालक प्रगति इंस्टिट्यूट सरायपाली)ने युवा कर्तव्य बोध पर अपने विचार व्यक्त कर स्वयं सेवकों को प्रेरित किया। प्रत्येक बौद्धिक परिचर्चा में रामचंडी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ भोई एवं प्राध्यापकगण,ग्राम पंचायत के सरपंच व पंचायत प्रतिनिधि, विद्यालय के प्रधान पाठक एवं शिक्षकगण उपस्थिति थे। शिविर के छठे दिवस में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि श्रीमती मोंगरा किशन पटेल जी (अध्यक्ष जिला पंचायत महासमुंद),विशिष्ट अतिथि श्री लोकनाथ बारी जी ( सदस्य जिला पंचायत महासमुंद),श्रीमती कुमारी भास्कर जी (सभापति एवं सदस्य जिला पंचायत महासमुंद),श्रीमती लक्ष्मी हरिशचंद्र पटेल जी(अध्यक्ष जनपद पंचायत सरायपाली),श्री मुकेश धर्मेंद्र चौधरी जी (उपाध्यक्ष जनपद पंचायत सरायपाली),श्री प्रकाश पटेल जी (युवा नेता भाजपा),श्रीमती भावना पटेल जी ( सरपंच ग्राम पंचायत मोखापुटका),श्री शिवनारायण पटेल जी (उपसरपंच ग्राम पंचायत मोखापुटका),श्री धनश्याम पटेल जी ( प्रधान पाठक शास.उच्च.प्राथमिक शाला मोखापुटका ) उपस्थित रहे। स्वयं सेवकों के द्वारा मनमोहक नृत्य, गीत के माध्यम से जागरूकता के संदेश दिए। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। शिविर के अंतिम दिवस के समापन समारोह में मुख्य अतिथि भावना पटेल (सरपंच) ने स्वयं सेवकों के कार्यों की सराहना करते हुए उज्ज्वल भविष्य के लिए सभी स्वयं सेवकों को मेडल पहनाकर शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम अधिकारी भरत प्रधान ने दलनायक, उपदलनायक, मीडिया प्रभारी व बेस्ट स्वयं सेवक नीलकमल भार्गे को स्मृति चिन्ह भेंट की व समस्त स्वयं को को प्रमाण पत्र वितरण किया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त शिक्षक गण , पंचायत के प्रतिनिधि, शाला विकास समिति के अध्यक्ष श्री चैन कुमार चौहान उपस्थित रहे।उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी मनीष माखीजा ने दी
