प्राचार्य समीक्षा बैठक में बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए दिए टिप्स - विजय लहरे

प्राचार्य समीक्षा बैठक में बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए दिए टिप्स - विजय लहरे

बसना - जिला शिक्षाधिकारी विजय कुमार लहरे ने सेजेश बसना में बसना विकास खंड के समस्त प्राचार्यों की बैठक लेकर 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम को बेहतर लाने के लिए बिंदु वार समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए तथा पिछले वर्ष कमजोर परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों के प्राचार्य को इस वर्ष परीक्षा परिणाम सुधार लाने के लिए निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने अपार आईडी एवं जाति प्रमाण पत्र बनाने एवं बैठक में अनुपस्थित प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस जारी करने l निर्देश दिये। सर्वप्रथम जिला शिक्षाधिकारी श्री लहरे ने स्कूलवार पिछले 2 वर्ष का परीक्षा परिणाम की जानकारी देते हुए कहा कि अधिकांश विद्यालय का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रहा तथा कुछ विद्यालय का परीक्षा परिणाम कमजोर रहा उन्हें इस वर्ष तक कड़े मेहनत के साथ परीक्षा परिणाम कैसे बेहतर हो उसके लिए अभी से तैयारी में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि हमारे पास मात्र तीन माह का समय है और इस वर्ष बेहतर परिणाम लाने के लिए पूरी तरह से कमर कस लें। उन्होंने विद्यार्थी और शिक्षकों की उपस्थिति पर जोर देते हुए कहा कि विद्यार्थियों की उपस्थिति 95% अधिक हो। जिन बच्चों की उपस्थित 75% से कम है उन बच्चों के पालकों को नोटिस जारी कर नियमित उपस्थिति के लिए कहे तथा पालकों को बताएं कि 75% से कम उपस्थिति पर 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा में बैठने से वंचित हो सकते हैं। अनियमित उपस्थिति वाले बच्चों को समझाइए कि वह नियमित स्कूल आयें। परीक्षा परिणाम में सुधार लाने के लिए बच्चों को तीन श्रेणी  33% से कम स्कोर वाले बच्चे, औसत दर्जे के बच्चे तथा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले बच्चों को उपचारात्मक शिक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्राचार्यों को प्रत्येक शिक्षकों बच्चों को ब्लूप्रिंट से अवगत कराने तथा कक्षा में इसे चस्पा करने के निर्देश दिए। जो बच्चे मेरिट में आ सकते हैं उन बच्चों पर पूरी ताकत लगाते हुए पूरे शिक्षकों का लगा दें तथा उन्हें सभी प्रकार के काफी पुस्तक नोट्स आदि उपलब्ध कराएं।  शिक्षकों की उपस्थिति पर भी जोर देते हुए कहा कि पूरा पीरियड पढ़ाई हो तथा अवकाश लेने की अनुमति न दें तथा स्कूल समय पर उपस्थित हों। बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए उन्होंने कक्षा प्रबंधन पर भी विशेष चर्चा करते हुए बताया कि निरीक्षण डायरी बनाकर अधीनस्थ शिक्षकों के शिक्षण गतिविधि का भी सतत अवलोकन कर पाठ्यक्रम पंजी में उसका उल्लेख करें तथा पाठ्यक्रम नियंत्रण पंजी का संधारण करें तथा पाठ्यक्रम को 31 दिसंबर तक पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों से अच्छी टीचिंग का वीडियो भी तैयार कर उसे शेयर करें तथा उन्होंने प्राचार्य को प्रायोगिक कार्य नियमित रूप से कराए जाने के साथ-साथ प्रयोगशाला का उपयोग करने हेतु शिक्षक एवं छात्रों को प्रेरित करे। उन्होंने हर विद्यालय के लिए एक मेंटर नियुक्त करने के निर्देश दिए तथा प्राचार्य का पेयरिंग ग्रुप बनाकर एक दूसरे का सहयोग करें तथा जिन विद्यालयों में दो विषय शिक्षक हैं उनका उपयोग 3 महीने के लिए उनका उपयोग विषय शिक्षक विहीन स्कूलों में करने के सुझाव भी दिए

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